DESHBHAKTI POETRY भीतर करुणा बाहर करुणा, करुणा जीवन का विस्तार। सेवा प्रेम अहिंसा संयम, सारा करुणा का परिवार। हे मातृभूमि !तुझे शत-शत प्रणाम। रख ह्रदय में अपनी संस्कृति, करती जो
Category: MAA poetry in Hindi

Best Mother’s Day Poetry l माँ-ममता की मूरतBest Mother’s Day Poetry l माँ-ममता की मूरत
Mother’s Day Poetry मां की बात ही है निराली , मां है अमृत से भरी हुई प्याली । मां बच्चों के जन्म के लिए कई दर्द है सहते , इसलिए

Mother’s Day Poem l माँ🤱Mother’s Day Poem l माँ🤱
Mother’s Day Poem कष्ट और पीड़ा को सहकर, मेरे नवजीवन का तुमने निर्माण किया, सहस्त्र वर्षों के पुण्य का ही ये परिणाम है । तुम ईश्वर की सबसे सुंदर श्रेष्ठ